बिजली की कहानी: Electricity का यात्रा भारत में
Electricity, जो हमारी ज़िंदगी का एक ज़रूरी हिस्सा है। हमारी cities को रोशन करती है, और हमारी industries को चलाती है। लेकिन क्या कभी सोचा है, ये कैसे India में आई?
आइए, चलें हम आपको लेकर चलते हैं इस fascinating journey पर, जब भारत ने की थी अपनी पहली मुलाकात electricity से।
शुरुआत बिजली की, Kolkata से
1879 में, Kolkata ने देखी थी अपनी पहली electric light. Streets became bright, और लोगों के चेहरे पर छा गया था wonder. इसके चलते, नयी possibilities के दरवाजे खुले।
British का योगदान
1897 में, British ने India में establish की पहली mill, जो पूरी तरह electricity से चलती थी, the Kilburn Mill at Cherry Orchard in Calcutta. इससे नए era की शुरुआत हुई, और भारत ने ली electricity की ओर कदम।
Indian Pioneers की महत्वपूर्ण भूमिका
Indian engineer K. Sheshadri Iyer ने लिया एक big step, जब उन्होंने 1905 में चालू की India की पहली hydroelectric plant. इससे Bangalore city को मिली थी electricity supply.
Electricity का प्रसार
धीरे-धीरे, cities और major industrial centers में आई electricity. Tata Power Company ने 1915 में Mumbai के outskirts पर setup की India की पहली large-scale thermal power station.
Electricity की शुरुवात Homes में
शुरुआत में, electricity का use था limited – industries, government buildings, और affluent लोगों के homes में.
Electricity का यात्रा Rural India में
Rural India में electricity लाना था एक big challenge. Government ने ली initiatives जैसे कि Deen Dayal Upadhyaya Gram Jyoti Yojana, जिसका target था हर village को electrify करना।
Present Day Scenario
आज, हम सब renewable energy की ओर बढ़ रहे हैं, और हमारे pass है एक dream – हर Indian home में electricity लाने का।
Conclusion
India में electricity की कहानी है human innovation, resilience, और dreams की. जब हम देखते हैं night sky को lit up, हमे याद आती है वो incredible journey, जो शुरू हुई थी एक flickering bulb in Kolkata से और अब रौशन करती है पूरा India.
#electricity #bulb #electricity-in-india